हरियाणा सरकार ने बुढ़ापा पेंशन को लेकर कहा है कि जिन बुजुर्गों की एनुअल इनकम साढ़े तीन लाख से अधिक है उन्ही की पेंशन रोकी गयी है ।सरकार ने उन बुजुर्गों की पेंशन रोकी है जिन्होंने अपने परिवार पहचान पत्र में हस्ताक्षर कर अपनी आय घोषित की है।
कांग्रेस विधायक ने उठाया पेंशन का मुद्दा
वीरवार को कांग्रेस विधायक प्रदीप चौधरी ने बजट सत्र में पेंशन कटने का मुद्दा उठाया।प्रदीप चौधरी ने आरोप लगाया कि सरकार सालाना दो लाख आय वालों की पेंशन भी बंद कर रही है। अब तक करीब 28 हजार बुजुर्गों की पेंशन रोकी गई है। इसके जवाब में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री ओमप्रकाश यादव ने बताया कि अब पीपीपी में संशोधन का सरकार ने विकल्प दिया है।
पीपीपी में करवा सकते हैं करेक्शन
अगर किसी बुजुर्ग को यह लगता है कि रिकॉर्ड में उसकी आय अधिक दिखाई गई है तो वे दस्तोवजों के साथ इसमें बदलाव भी कर सकते हैं। सरकार ने परिवार पहचान पत्रों में गलतियों को सुधारने का मौका भी दिया है, जिसके बाद जो गलती सुधारी जाएगी, उसे वेरिफाई कराया जाएगा। सरकार विधिवत रूप से पेंशन की पात्रता के लिए सालाना आय का दायरा बढ़ाने जा रही है। लिमिट कितनी बढ़ेगी इसका अंतिम निर्णय कैबिनेट की बैठक में होगा। वर्तमान में एक लाख 80 हजार रुपये वार्षिक तक कमाने वाले बुजुर्ग लोगों को ही पेंशन का लाभ मिलता है।