विदेश भेजने का झांसा देकर ठगी करने वाले दो आरोपियों को साइबर सेल ने गिरफ्तार कर 26 मोबाइल फोन, 22 पासपोर्ट और 3 लैपटॉप बरामद किया है । आरोपी की पहचान मोहाली 3बी2 के मकान नंबर 1031 में रहने वाले वरिंदर सिंह और परमिंदर सिंह के रूप में हुई है । पुलिस ने रविवार को दोनों आरोपियों को ड्यूटी मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश कर एक दिन के रिमांड पर लिया है।
कोरोना का बहाना कर मांगे र दूसरी बार पैसे
साइबर सेल प्रभारी निरीक्षक हरिओम शर्मा ने बताया कि आंध्र प्रदेश निवासी टाटा नागा वामसी की शिकायत पर 12 मार्च को सेक्टर-17 थाने में केस दर्ज किया था । शिकायतकर्ता का कहना है की उन्होंने गोल्डन करियर कंसल्टेंसी का विज्ञापन फेसबुक पर देखा था । विज्ञापन देखने के बाद नंबर पर व्हाट्सएप कॉल कर संपर्क किया । कंपनी की ओर से कहा गया कि उन्हें वीजा के लिए मेन ब्रांच में आकर 1.50 लाख रुपए देने होंगे।
जब शिकायतकर्ता सेक्टर-17 पहुंचा तो आरोपियों ने उन्हें सेक्टर 17 स्थित बस स्टैंड के पीछे आने के लिए कहा । जहां पर गोल्डन कैरियर कंपनी का कंसलटेंट उसके पास आया और कहने लगा के कोरोना के चलते ब्रांच बंद है। यह कहकर आरोपी वीजा लगवाने का झांसा दे डाक्यूमेंट और डेढ़ लाख रुपए लेकर चला गया। इसके बाद शिकायतकर्ता को फिर से एक नंबर से फोन आया। कॉल करने वाले व्यक्ति ने खुद का नाम परमिंदर सिंह बताते हुए कहा कि कोरोना के चलते वीजा का प्रोसेस कैंसिल हो गया है। इसलिए उन्हें फिर से कोटक महिंद्रा बैंक में पैसे जमा करने होंगे। इस पर शिकायतकर्ता ने फिर से बताए गए बैंक खाते में 1 लाख 44 हजार 500 रुपए जमा करवा दिए। इसके बाद आरोपियों ने फोन उठाना बंद कर दिया। पीड़ित ने मामले की जानकारी पुलिस के दी।
पुलिस ने किया आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज
सेक्टर 17 थाना पुलिस ने धोखाधड़ी समेत अन्य धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया। निरीक्षक हरिओम के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया। टीम ने शनिवार को दोनों आरोपियों को सेक्टर-47 से गिरफ्तार कर लिया । हरिओम शर्मा ने बताया कि आरोपियों के पास से जो पासपोर्ट बरामद हुए हैं वह राजस्थान, असम, हरियाणा, उत्तरप्रदेश, आंधा प्रदेेश व अन्य जगह के हैं । आरोपी चंडीगढ़ में दफ्तर होने के कारण दूर के राज्यों के लोगों के साथ ठगी करते थे।