Home » Chandigarh » कश्मीरी पंडितों पर हुई बर्बरता की दास्तान है “द कश्मीर फाइल्स”

कश्मीरी पंडितों पर हुई बर्बरता की दास्तान है “द कश्मीर फाइल्स”

फिल्म द कश्मीरी फाइल्स के रिलीज़ होते ही सभी शो हाउसफुल चल रहे है ।  इससे यह अनुमान लगाया जा सकता है कि लोगों में मूवी को देखने के लिए पूरा उत्साह है ।  विवेक अग्निहोत्री ने  लगभग 32 साल बाद कश्मीरी पंडितों पर हुई बर्बरता  पर फिल्म बनाई है ।  यह फिल्म साल 1990 में पंडितों के घर छोड़ने वाली  कहानी पर आधारित है ।

व्यूवर्स व्यू

फिल्म में जो दिखाया गया है वो सत्य है। जो जख्म 1990 में कश्मीरी पंडितों को मिले थे वो आज भी ताजा है। मैं खुद उस मंजर का गवाह हूं। हमारा घर जला दिया गया था, हमारे साथ बुरा व्यवहार किया गया और हमें अपना घर छोड़ने के लिए मजबूर किया। फिल्म के माध्यम से उन सब बातों को बखूबी दिखाया गया है।

– हरिश पंडित, कश्मीरी पंडित। कश्मीरी पंडितों पर हुए अत्याचार को इस फिल्म अच्छे से दिखाया गया है। अभी तक कश्मीरी पंड़ितों पर हुए अत्याचार को केवल बताया जाता रहा है, उसके बारे में लिखा भी गया है। लेकिन कश्मीरी पंड़ितों के साथ उस दिन क्या-क्या हुआ वह कभी नहीं दिखाया गया। विवेक अग्निहोत्री ने दो साल पहले फिल्म को बनाने के लिए बात की थी, तभी से मैं इस फिल्म के साथ जुड़ा हुआ हूं।

 

– रोमेश पंडिता, कश्मीरी पंडित और पूर्व अध्यक्ष कश्मीरी सहायक सभा जब कश्मीरी पंडितों को कश्मीर से निकाला जा रहा था, तब मेरा परिवार वहां से चंडीगढ़ आ गया। आज भी वह मंजर हमारी आंखों के सामने घूमता रहता है। 32 साल से कश्मीरी पंडित इंसाफ मांग रहे हैं। न तो उनको इंसाफ मिल रहा है और न ही उनकी घर वापसी हो रही है। फिल्म कई रिकार्ड तोड़ेगी, क्योंकि पूरा देश इस फिल्म को देख रहा है।

 

– एडवोकेट गहना वैष्णवी, कश्मीरी पंडित हमने सुना था कि कश्मीरी पंडितों के साथ 1990 में बर्बरता हुई थी। लेकिन फिल्म के माध्यम से यह सब कुछ लोगों ने देख भी लिया। जब फिल्म देखने के बाद हमारा गला भर गया तो उस समय उन लोगों पर क्या बीती होगी जिनको उनके घरों से निकाला गया। सत्य घटनाओं पर आधारित कई फिल्में देखी लेकिन इस फिल्म को देख कर रोंगटे खड़े हो गए थे।