- पैट्स लर्वस ध्यान दें-वैक्सीन के बिना नहीं होगा डॉग्स का रजिस्ट्रेशन
कोरोना से बचने के लिए अभी भी ह्यूमन वैक्सीन का इंतजार किया जा रहा है लेकिन ट्राईसिटी के लोग कोरोना वायरस से अपने पेट डॉग्स को बचाने के लिए वैक्सीन दिलवा रहे हैं। डॉग्स को दी जाने वाली कोरोना वैक्सीन की मांग इन दिनों सिटी में काफी बढ़ गई है। पहले डॉग्स को सिर्फ सेवन इन वन और एंटीरेबिज वैक्सीन दी जाती थी।
पेट डॉग्स में 500 रुपये की वैक्सीन
अब कोरोना से बचने के लिए 500 रुपये की वैक्सीन भी दी जा रही है। वेटरीनरी अस्पतालों और प्राइवेट डॉग्स क्लीनिक में दिलवाने की पैट्स लवर्स की भीड़ लग रही है।
चंडीगढ़ में डॉग बाय-लॉज
नयागांव के हैप्पी डॉग क्लब के ऑनर ने बताया कि ट्राईसिटी में 50 हजार से ज्यादा पेट डॉग्स है। जिसमें अकेले चंडीगढ़ में ही 20 हजार पेट डॉग्स हैं। चंडीगढ़ में डॉग बायलॉज के अनुसार किसी को भी दो से ज्यादा कुत्ते एकसाथ रखने की भी मंजूरी नहीं है। यह वैक्सीन पहले से उपलब्ध है, अब इसकी मांग बढ़ी है।
वैक्सीन लगाए बिना नहीं होगा पेट का रजिस्ट्रेशन
वहीं म्यूनिसिपल कार्पोरेशन चंडीगढ़ ने डॉग्स आर्नस को रजिस्ट्रेशन करवाना अनिवार्य किया है। अब कोरोना वैक्सीन लगाए बिना किसी भी डॉग्स की रजिस्ट्रेशन नहीं हो सकती है। रजिस्ट्रेशन के लिए डॉग आर्नस को एपिलकेशना फार्म के साथ वैक्सीनेशन का कार्ड साथ लगाना जरूरी है। इस समय चंडीगढ़ में 16 हजार से ज्यादा लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए हैं। इनमे से कई संक्रमित लोग ऐसे भी थे, जिनके घर पर पेट डॉग्स थे। उन्होंने खुद के साथ साथ अपने डॉग्स को भी होम क्वारंटाइन किया।
कोरोना काल में डॉक्टरों की डॉग आर्नस को सलाह
अपने पेट को किसी अंजान को न थमाएं। लवर्स अब अपने पेट को लेकर ज्यादा सावधानी बरत रहे हैं। डॉक्टरों की ओर से भी उन्हें संक्रमण से बचने सलाह दी जा रही है कि वह अपने पेट को किसी अंजान के हाथ और दूसरे घर में न जाने दें। इसलिए उन्हें बाहर का खाना भी नहीं खिलाया जा रहा है।